श्री श्री 1008 श्री दादाजी धुनी वाले ( श्री केसवानंद जी महाराज ) भारत की सबसे बड़ी संतों में से एक है . इसके अलावा श्री दादाजी डंडे वाले के रूप में जाना जाता है, वह सब 19 वीं और 20 वीं सदी में भारत के मध्य भाग भारत में और विशेष रूप से घूमा करते थे . सभी भक्त दादा जी को भगवान शिव का अवतार मानते है !
दादाजी 1930, दिसंबर में ( आत्मा शरीर छोड़कर) ' महासमाधि ' में लिन हो गए !!
दादाजी 1930, दिसंबर में ( आत्मा शरीर छोड़कर) ' महासमाधि ' में लिन हो गए !!
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